१९२८ में इरविंग लैंगम्युइर ने इसे प्लाज्मा नाम दिया, [1] शायद इसने उन्हें रक्त प्लाविका (प्लाज्मा) की याद दिलाई थी।
2.
लगातार 24 घंटे की अवधि के लिए रक्त प्लाविका (ब्लड प्लाज़्मा) शर्करा (ग्लूकोज़) के स्तर को साधारणतया 4-8 मिमी ओएल/एल (72 और 144 मिलीग्राम/डीएल) बनाए रखा जाता है.